तेल बनाने वाली फैक्ट्री में ट्रक से कुचलकर सुपरवाइजर की मौत परिजनों ने काटा हंगामा

तेल बनाने वाली फैक्ट्री में ट्रक से कुचलकर सुपरवाइजर की मौत परिजनों ने काटा हंगामा

निष्पक्ष जन अवलोकन।

अंकित तिवारी।

कानपुर देहात। रनियां थाना क्षेत्र के नेशनल हाइवे किनारे संचालित खाद्य तेल बनाने वाली फैक्ट्री में भूसी लेकर बायलर प्लांट में डालने जा रहे ट्रक की चपेट में आकर सुपरवाइजर की मौत हो गई। परिजनों ने शव फैक्ट्री में रखकर हंगामा करते हुए मुआवजे की मांग शुरू कर दी। करीब 11 घंटे बाद मुआवजे के आश्वासन पर फैक्ट्री प्रबंधन और परिजनों के बीच समझौता हो सका। गजनेर थाना क्षेत्र के ररुआ गांव निवासी रणवीर सिंह उर्फ गुड्डू सिंह (42) पुत्र जगन्नाथ औद्योगिक क्षेत्र रनियां के मुबारकपुर लाटा में संचालित खाद्य तेल बनाने वाली वैभव एडविल फैक्ट्री में सुपरवाइजर के तौर पर कार्यरत था। शनिवार रात करीब साढ़े बारह बजे वह कांटे के पास खड़ा था। इसी दौरान चालक कांटे पर भूसी लदा ट्रक तौल कराकर बायलर प्लांट जा रहा था। तभी चालक ने लापरवाही से ट्रक चलाते हुए सुपरवाइजर रणवीर सिंह को रौंद दिया। जिससे सुपरवाइजर की मौके पर मौत हो गई। सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया और मृतक की पत्नी अनसूइया, पुत्रः गगन, साहिल, पुत्री आकांक्षा समेत अन्य बिलखते रहे। वहीं घटना से नाराज परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए फैक्ट्री परिसर में हंगामा शुरू कर दिया और मुआवजे की मांग करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। करीब ग्यारह घंटे बाद फैक्ट्री प्रबंधन व मृतक के परिजनों के बीच 16 लाख रुपये देने के आश्वासन पर आपसी समझौता हो गया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। थाना प्रभारी रनिया महेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है। फैक्ट्री प्रबंधन व परिजनों के बीच समझौता होने की बात कही जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। सर्विस रोड पर भारी वाहनों का कब्जा मुबारकपुर लाटा में खाद्य तेल बनाने वाली फैक्ट्री संचालक नियम कायदे ताक पर रखकर काम कर रहे हैं। हालत यह है कि हाईवे की सर्विस लेन पर फैक्ट्री में आने वाले ट्रक व टैंकरों की कब्जा रहता है। जिससे वाहन व पैदल राहगीरों को आवागमन में दिक्कत उठानी पड़ती है। साथ ही आए दिन हादसे भी होते रहते हैं। पूर्व में पुलिस ने सर्विस रोड से अतिक्रमण हटाने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है। वहीं चिमनी से उठने वाला धुआं लोगों की सेहत भी बिगाड़ रहा है। इसके बावजूद जिम्मेदार कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।