नगरपालिका देती थी साइकिल का लाइसेंस

नगरपालिका देती थी साइकिल का लाइसेंस

नगरपालिका देती थी साइकिल का लाइसेंस

पालिका देती थी साइकिल का लाइसेंस

फर्रुखाबाद  नगर पालिका परिषद फर्रुखाबाद में वर्तमान में 42 वार्डों के लिये कार्य करती है | आबादी भी ठीक-ठाक है| प्रथम गठन से लेकर अब तक पालिका लगभग 107 साल पूरे कर चुकी है|
साल 1857 में फर्रुखाबाद पर कब्जा करने के बाद आखिरी वंगश नवाब तफज्जुल हुसैन खां को मुल्क से बेदखल कर ब्रिटिश हुकूमत ने उनके विरासती महल को तोप के गोलों से उड़ाकर 1868 में उक्त टीले पर सरकारी कामकाज के लिए आलीशान भवन का निर्माण करा दिया था। इसके बाद 28 जून 1916 को जब नागरिक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए नगर पालिका का गठन हुआ| उस वक्त अंग्रेज सरकार ने इसी भवन को नगर पालिका परिषद के नाम से कायम कर दिया। गठन के दौरान पालिका में कुल पांच वार्ड ही बनाये गये थे| जिसमे एक वार्ड से तीन सभासद चुने जाते थे| जो अपने-अपने क्षेत्र के विकास कार्यो को पालिका के माध्यम से गति प्रदान कराते थे| एक अध्यक्ष और 15 सभासदों से नगर पालिका का संचालन होता था| वहीं कम बजट में पालिका का संचालन किया जाता था| स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था बिजली के आभाव में नही थी| खम्भों पर लालटेन रोशनी के लिये टांगी जाती थीं| नगर पालिका 9.11 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में वर्तमान में फैली हुई है| जिसमे अब कुल 42 वार्ड समाहित है|
पालिका देती थी साइकिल का लाइसेंस
70 वर्षीय बिर्राबाग निवासी रामनिवास वर्मा ने बताया कि उन्हें खूब याद है जब साइकिल का भी लाइसेंस बनता था| उन्होंने नें भी उस जमानें पर साइकिल का लाइसेंस बनाया था जिस जमानें में साइकिल किसी लग्जरी कार से कम हैसियत नही रखती थी |
अब तक ये रह चुके अध्यक्ष
जानकारी के मुताबिक अध्यक्ष पद पर अभी तक आशिक अली खान, शफीक अली खान, शंभू नाथ सक्सेना, अमज़द अली खान, नवाब सैयद हैदर, डा. बीएन सरीन, डा. रघुवीर दत्त शर्मा, मौलवी हकीम अयूब, सेवती प्रसाद सक्सेना, मुरारी लाल तिवारी, सत्य मोहन पाण्डेय, हाफिज़ शमशुद्दीन उर्फ फुर-फुर मियां, दमयंती सिंह और मनोज अग्रवाल व वत्सला अग्रवाल अध्यक्ष रह चुके है| रह चुके है|