निष्पक्ष जनअवलोकन।
रामनगर/ बाराबंकी।बाराबंकी जिले की निकाय चुनाव की सबसे चर्चित और अहम हॉट सीट रामनगर विधानसभा 267 की पंडित दीनदयाल उपाध्याय आदर्श नगर पंचायत रामनगर की मानी जा रही है।निकाय चुनाव के मैदान में सबसे वरिष्ठ और दमदार शानदार ईमानदार प्रत्याशियों में एक नाम रामशरण पाठक का सभी की जुबान पे चल रहा है।रामनगर की सभी 76 ग्राम पंचायतों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है की अबकी बार नगर पंचायत अध्यक्ष का ताज कौन प्राप्त करेगा।जागरूक जनता भारी मतों से ग्यारह मई को वोट डालकर किसको जीत का सहरा पहनाएगी। निकाय चुनाव में पिछली बार के भाजपा प्रत्याशी पूर्व चेयरमैन रामशरण पाठक कुछ चंद वोटो से बद्री विशाल से चुनाव हार गए थे।तो अबकी बार अपनी किस्मत निर्दलीय चुनाव लड़ कर आजमा रहे हैं।भाजपा से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। जिससे भाजपा सपा बसपा का चुनावी समीकरण बिगड़ सकता है।श्री पाठक की जो चुनावी बैठक नुक्कड़ सभाएं हो रही है उससे जिले के तमाम भाजपा व सपा के नेताओं की नींद उड़ सी गई है।निर्दलीय प्रत्याशी के धुंआधार जनसंपर्क से लोग लगातार प्रभावित हो रहे है।भाजपा के सांसद उपेंद्र सिंह रावत, जिला अध्यक्ष शशांक कुशुमेश,एम एल सी अंगद सिंह ,पूर्व विधायक शरद अवस्थी, ब्लॉक प्रमुख संजय तिवारी जमीन पर उतरकर पार्टी के दबाव मे भाजपा प्रत्याशी बद्री विशाल त्रिपाठी के समर्थन में वोट मांग रहे है। भाजपा ने रामनगर के निकाय चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है जिससे रामनगर का वोटर गुमशुम चुप हो गया है। यह बताना मुश्किल हो रहा है कि कौन सा वोटर किधर जा रहा है।मालूम हो कि पूर्व चेयरमैन रामशरण पाठक अपने चुनाव निशान रिक्शा का प्रचार प्रसार प्रत्येक वार्ड में दमदारी से कर रहे है।जिससे प्रत्येक वार्ड के ज्यादर वोटर खुलेआम श्री पाठक का सपोर्ट कर रहे है।जिससे सभी पार्टियों के प्रत्याशियों की नींद उड़ गई है,यह देखकर भाजपा ,सपा बसपा ने भी नुक्कड़ सभा लगाकर अपना जनसंपर्क तेज कर दिया है।ज्ञात हो कि युवा महमूद अहमद पिछली बार बसपा पार्टी से चुनाव लडे थे अबकी बार सपा का टिकट लेकर निकाय चुनाव में हलचल मचा दी है।सपा से सत्यदेव शुक्ल व विजय मौर्य भी टिकट मांग रहे थे टिकट नहीं मिला तो पार्टी से बगावत कर सत्यदेव शुक्ल हाथी पर सवार होकर बसपा में शामिल हों गए। वही विजय मौर्य भी सपा पार्टी की बगावत कर निर्दलीय चुनाव के मैदान में ताल ठोक दी है जिससे सपा के महमूद अहमद की भी मुश्किलें बढ़ गई है।
दयाशंकर तिवारी भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है।निकाय चुनाव में जागरूक जनता व संभ्रांत जनों में यह जन चर्चा का विषय बना हुआ है की जीत भाजपा के बद्री विशाल की होगी की होगी की सपा के महमूद अहमद की,या फिर निर्दलीय प्रत्याशी दो बार के चेयरमैन रामशरण पाठक की जीत होगी।लोगो का कहना है कि इन्हीं तीनों प्रत्याशी में से किसी एक प्रत्याशी के सिर पर जीत का ताज होगा।मालूम हो कि अबकी बार के निकाय चुनाव में यह कह पाना मुश्किल हो रहा है की जीत किसकी होगी चुनाव के समीकरण बदल गए हैं रामनगर टाउन का विस्तार होने से कुछ अन्य गांव भी जुड़ गए हैं।वहां जिस प्रत्याशी की पकड़ ज्यादा होगी जीत उसी की आसान होगी।फिलहाल चुनावी पंडित गणित नहीं लगा पा रहे है की जीत किस प्रत्याशी को होगी।
रामनगर निकाय चुनाव में त्रिकोणी लड़ाई होने के प्रबल आसार*
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