अकबरपुर कान्हा गौशाला सांसद, जिलाध्यक्ष, विधायक व डीएम , सीडीओ की मौजूदगी में मनाया गया गोपाष्टमी का पर्व
कानपुर देहात (संवाददाता अंकित तिवारी)
माननीय मुख्यमंत्री जी की परिकल्पना से प्रदेश के सभी जनपदो मे निराश्रित गौ आश्रय स्थलो पर गोपाष्टमी पर्व मनाया गया, मान्यता है आज ही के दिन भगवान श्रीकृष्ण जी द्वारा गायो को चराने का संकल्प लिया गया।
इसी के तहत शासन के शासन के निर्देशों के तहत कानपुर देहात जनपद के अकबरपुर नगर पंचायत के कान्हा गौशाला में अकबरपुर रनिया सांसद देवेंद्र सिंह भोले, अकबरपुर रनिया विधायक प्रतिभा शुक्ला की अध्यक्षता में गोपाष्टमी का कार्यक्रम किया गया। इस अवसर पर गायों की हो रही उपेक्षा तथा गायों के प्रति सरकार कर रही व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र द्वारा रचित सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया इसी कड़ी में जहां गौ पूजन बन्दन साथ-साथ गायों को माला पहनाकर गुड़ व केला खिलाया गया ।
वही इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय,भाजपा जिलाध्यक्ष अविनाश सिंह चौहान द्वारा हो रही गायों की उपेक्षा व सुरक्षा के प्रति अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि भारत माता गौ माता व अपनी जन्म दायनी माता के प्रति जो दुर्व्यवहार करता है वह कभी सुखी नहीं रह सकता जबकि जिलाधिकारी ने गाय के साथ-साथ सांड की सेवा करने के प्रति जोर देते हुए कहा कि सांड जोकि शिव के नंदी है भगवान शिव के साथ नंदी की पूजा न हो पूजा अधूरी है। इस लिए इनकी भी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए निराश्रित गौ आश्रय स्थलों में मौजूद गायों की सेवा के लिए लोग आगे आएं तथा आम जनमानस से अपील की है कि वह गायों को न छोड़े अन्यथा मजबूरन होकर शासन के दिशा निर्देश के क्रम में उन पर कार्रवाई भी करनी पड़ेगी।
गोपाष्टमी के कार्यक्रम का संचालन करते हुए मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय ने कहा आज ही के दिन श्री कृष्ण ने गायों का चराने का संकल्प लिया था उस संकल्प को हम सभी गोपाष्टमी का पर्व के रूप मे मनाते है।
कार्यक्रम में विधायक प्रतिभा शुक्ला, जिलाध्यक्ष अविनाश सिंह चौहान ने भी अपने विचार प्रकट किए जबकि सांसद देवेन्द्र सिंह भोले ने कहा गायों के रक्षा सुरक्षा के लिए अधिनियम तैयार किया गया था उसमें मेरी भी सहभागिता थी केंद्र व प्रदेश सरकार गायों की रक्षा सुरक्षा व्यवस्था के लिए दृढ़ संकल्पित है इसमें हम सबको बढ़-चढ़कर भागीदारी करनी है । उपरोक्त कार्यक्रम के तहत जनपद के विभिन्न गौशालाओं में भी निराश्रित गोवंशो को केला, गुण आदि खिलाया गया व पूजन किया गया।
No Comments Yet
You must log in to post a comment.