पोषण योजनाओं की समीक्षा में जिलाधिकारी सख्त, "सैम" बच्चों को शीघ्र लाभ दिलाने के निर्देश

निष्पक्ष जन अवलोकन। मनीष सिंह जादौन उरई (जालौन)।जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जेन्स विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की विभिन्न योजनाओं जैसे आंगनबाड़ी कार्यकत्री की पोषण ट्रैकर पर फीडिंग, सम्भव अभियान 2025, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, एनआरसी में बच्चों का संदर्भन, आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण, कार्यकत्रियों की भर्ती तथा "सैम" श्रेणी के अतिकुपोषित बच्चों को दुधारु गाय उपलब्ध कराने जैसे विषयों पर विस्तृत समीक्षा की गई।जिलाधिकारी ने सम्भव अभियान की प्रगति कम पाए जाने पर सख्त निर्देश दिए कि चिन्हित सैम बच्चों को आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई जाएं तथा गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांचें पोषण ट्रैकर पर समय से फीड की जाएं। फेस कैप्चरिंग और ई-केवाईसी कार्यों में कदौरा, कुठौंद, माधौगढ़ व रामपुरा ब्लॉकों की खराब प्रगति पर संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण कर नए पात्र लाभार्थियों के आवेदन आंगनबाड़ी कार्यकत्री से भरवाने के निर्देश दिए गए। जून माह में एनआरसी में 22 बच्चों को भर्ती किया गया तथा 6 सैम बच्चों को दुधारु गाय गोद दिलाई गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जुलाई माह में प्रत्येक परियोजना से कम से कम 2 बच्चों को एनआरसी में भर्ती किया जाए और सभी सीडीपीओ 5-5 सैम बच्चों को दुधारु गाय गोद दिलाएं। पूर्व में गाय प्राप्त करने वाले बच्चों को मुख्यमंत्री निराश्रित गौवंश योजना के तहत 1500 रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता भी सुनिश्चित कराई जाए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि/रा) संजय कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चन्द्रप्रकाश, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अवस्थी, जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद अवस्थी समेत सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं मुख्य सेविकाएं उपस्थित रहीं।